tag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.comments2023-03-20T02:47:13.612-07:00pethiya (पेठिया)jaivikhttp://www.blogger.com/profile/07305401487509005749noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-24972182516080210012011-09-22T07:17:54.512-07:002011-09-22T07:17:54.512-07:00क्रांति प्रकाश जी लोक विचारक हैं उनके विचार अच्छे...क्रांति प्रकाश जी लोक विचारक हैं उनके विचार अच्छे हैंGanesh Chandra Beherahttps://www.blogger.com/profile/17876465819157396012noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-25323236066583169372009-08-30T23:05:59.360-07:002009-08-30T23:05:59.360-07:00सबसे पहले क्रांति प्रकाश जी आपको साधुबाद की आपने भ...सबसे पहले क्रांति प्रकाश जी आपको साधुबाद की आपने भारतीये कृषि व्यबस्था पर इतना सटीक लेख लिखा....आपने जो राषयनिक कृषि के दुष्परिणाम और जैविक कृषि के फायदों को रेखांकित किया है प्रशंसनीय है.सच में आज हमारे राष्ट्र को उन्नति की ओर जैविक कृषि ही ले जा सकती हैsatish kundanhttps://www.blogger.com/profile/01027973607240184874noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-15538618897089727092009-06-16T23:54:53.688-07:002009-06-16T23:54:53.688-07:00महोदय जैविक खेती के सन्दर्भ मैं बहुत ही रोचक और सा...महोदय जैविक खेती के सन्दर्भ मैं बहुत ही रोचक और सारगर्भित लेख प्रस्तुत किया है . यह बड़ी विडंबना है हमारे देश मैं पाश्चात्य और आधुनिकीकरण की अंधी दौड़ और तात्कालिक लाभ प्राप्त करने के निजी स्वार्थों के चलते परंपरागत ज्ञान और क्रियाकलापों की अनदेखी की जा रही है . रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव सामने आने के बाद भी समय रहते सचेत होने की कोशिस नहीं कर रहें हैं जबकि आज पाश्चात्य देश जैविक खेती की और तेजी से अग्रसर हो रहे हैं . हमारी सरकार भी गोवर खाद और जैविक आधारित परंपरागत खेती के स्थान पर रासायनिक खेती को बढावा दिए जा रही है , इसी तरह देश की आयुर्वेदिक चिकित्षा पद्धति के स्थान पर साइड इफेक्ट वाली रासायनिक दवाओं वाली अलोपेथी चिकित्षा पद्धति को बढावा दे रही है , लोर्ड मैकोले की शिक्षा पद्धति को अभी भी ढोए जा रहें है . देश के लोग भौतिक सुखों पर आधारित पाश्चात्य जीवन शैली को तेजी से अन्धानुकरण कर रहे हैं . जैसे आपने कहा की इतिहास अपने आप को दोहराता है अतः देर से ही सही अपने देश मैं भी प्राचीन ज्ञान आधारित स्वर्णिम इतिहास पुनः दोहराया जाएगा .दीपक कुमार भानरेhttps://www.blogger.com/profile/14512403306123301731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-17052472415127440062009-05-17T11:05:00.000-07:002009-05-17T11:05:00.000-07:00बहुत ही सही आकलन .
सच तो यह है कि सभी दलोन मे तथाक...बहुत ही सही आकलन .<br />सच तो यह है कि सभी दलोन मे तथाकथित कार्यकर्ता ’ सिर्फ़ ’ सत्ता के दलाल ’ ही रह गये हैन .सिर्फ़ जनता के दोहन के लिये .<br /><br />आप्के सम्यक विचारोन का स्वागत है !<br /><br />आप का स्वागत और ऐसे विचारोन पर बधायी भी .भीRAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-45063407446933503682009-05-17T10:30:00.000-07:002009-05-17T10:30:00.000-07:00हिन्दी ब्लॉग की दुनिया में आपका तहेदिल से स्वागत ह...हिन्दी ब्लॉग की दुनिया में आपका तहेदिल से स्वागत है.....दिल दुखता है...https://www.blogger.com/profile/01205912735867916242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-87881258002469846262009-05-17T10:28:00.000-07:002009-05-17T10:28:00.000-07:00swaagat hai..shubhkaamnayen.swaagat hai..shubhkaamnayen.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-76131393859241768192009-05-17T08:05:00.000-07:002009-05-17T08:05:00.000-07:00मान्यवर, हिंदी ब्लॉगिंग जगत में आपका स्वागत है. आश...मान्यवर, हिंदी ब्लॉगिंग जगत में आपका स्वागत है. आशा है कि हिंदी में ब्लॉगिंग का आपका अनुभव रचनात्मकता से भरपूर हो.<br /><br />कृपया मेरा प्रेरक कथाओं और संस्मरणों का ब्लौग देखें - http://hindizen.com<br /><br />आपका, निशांत मिश्रनिशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7351491088459170254.post-16697506226642016982009-05-17T07:37:00.000-07:002009-05-17T07:37:00.000-07:00अच्छा विश्लेषण...और अंत में अच्छी स्वप्नजीविता...
...अच्छा विश्लेषण...और अंत में अच्छी स्वप्नजीविता...<br /><br />स्वागत...रवि कुमार, रावतभाटाhttp://ravikumarswarnkar.wordpress.comnoreply@blogger.com