Monday, January 11, 2016

स्वतंत्रता और स्वैराचारी

स्वतंत्रता और  स्वैराचारी में अंतर है  ये बात आज के समाज को समझना चाहिए सभी लोग  स्वैराचारी हो जायेंगे तो इसके परिणाम दुखद होगा ये बात विशेषकर आज की युवा पीढ़ी पर लागू होती है तथा कथित लिविंग रिलेसन   ये स्वैराचारी है जिसका परिणाम  दुखद होता है जो आज काल देल्ही मुंबई और बड़े नगरो के कामकाजी लोगो में स्वैराचारी का चलन बढ़ा है आज स्वैराचारी लोगो आत्म हत्या की ओर  बढ़  रहे  है और एक समय ऐसा भी आता जब एक साथी दूसरे साथी का संबध में इतंनी कटुता आ जाती है जो जानबर में भी नहीं होता है ये से जानबर भी स्वैराचारी होते है पर जानवर के पास लिखित कानून नहीं होता है अगर इन स्वैराचारी के बच्चे  है तो उस बच्चे पर इसका दुष्परिणाम बड़ा दुखद होता है बच्चो का भी अपना  एक समाज होता है कोई सबंध में वादा खिलाफी नहीं होनी चाहिए